ज़िंदगी हमेशा वहीं लौटना चाहती है जहाँ जाना मुमकिन नहीं होता। जैसे - पुराना घर, बचपन, बचपन का घर, खुशनुमा यादें, पुराने दोस्त,पहला प्यार, बीते दिन..आदि। ये साल 2020 हर किसी के जीवन में बहुत से अच्छे बुरे , खट्टे मीठे पल लेकर आया। किसी के अपने छीन गया तो किसी के सपने। किसी को नये रिश्तों में बांध गया तो कुछ पुराने तोड़ गया। कोरोना काल के चलते लोगो को दुनिया और ज़िंदगी की सच्चाई दिखा गया, किसी को मजबूर, कमज़ोर किया तो किसी को मजबूत बना गया। लोगो को कम आय, कम साधन में जीने का सहूर सिखा दिया। हर हालात हर मुश्किल के लिए तैयार रहना सिखा दिया। ज़िंदगी कभी भी, कहीं भी, किसी को भी, किसी भी पड़ाव पर ला सकती है। हम जो इस साल के आने और जाने के साक्षी बने, यह साल हम सब को हमेशा याद रहेगा। ज़िन्दगी और हालात कभी भी सिर के बल उलट सकते है। स्वास्थ्य और अपनों से बड़ा कोई धरोहार नहीं होता। निःस्वार्थ सेवा, मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। एक दूसरे के काम आना ही पुण्य कर्म है। हाथ से रेत की तरह फिसलते साल के कुछ आखिरी क्षण में हम, यही दुआ करते है कि अब आगे सब कुछ अच्छा हो, उम्मीद करते हुए की आने वा...